■ एक डाकघर से दूसरे डाकघर में इन्टरनेट से भेजे जाने वाले पोस्ट को ई-पोस्ट है.
■ जब कोई व्यक्ति को अन्य जगह पत्र या पेपर भेजना हो तो वह डाकघर ई-पोस्ट के माध्यम से यह कर सकता है. डाकघर सम्बंधित व्यक्ति से प्रति पोस्ट 10 रूपये (A4 साइज़ पेपर का) लेकर पेपर का सॉफ्ट कॉपी (Digital Copy) इन्टरनेट के माध्यम से गंतव्य डाकघर को भेज देगा, फिर वह डाकघर सॉफ्ट कॉपी का प्रिंटआउट करके प्राप्तकर्ता को दे देता है.
■ सामान्य या कॉर्पोरेट ग्राहक भी ई-पोस्ट की सुविधा का फायदा उठा सकता है.
Services Related to Mails of Post office in Hindi पूरा पढने के लिए इस लेख के अंत में पीडीएफ लिंक दिया है.
2. बिज़नेस पोस्ट (Business Post):
■ छोटे व्यवसायों व बड़े व्यवसायों के डाक प्रेषण व वितरण से सम्बंधित मदद करने के लिए बिजनेस पोस्ट (व्यावसायिक पोस्ट) की शुरुआत की गयी है.
■ किसी व्यवसायों से सम्बंधित क्षेत्र के व्यक्ति को लगता है कि उनके व्यवसाय में पत्र भेजने व बांटने काम है या काम अधिक है तो वह डाकघर के बिज़नेस पोस्ट (Business Post) का लाभ ले सकता है.
■ बिज़नेस पोस्ट (Business Post) के माध्यम से व्यवसायियों के डाक प्रेषण व वितरण से सम्बंधित काम डाकघर करता है, बदले में कुछ राशि ली जाती है जो निम्नलिखित है –
साभार: indiapost.gov.in
■ अगर सम्बंधित व्यवसाय में डाक का काम ज्यादा हो तो डाक विभाग उसके परिसर में बिज़नेस पोस्ट डाक सेवा स्थापित कर सकती है.
■ बिज़नेस पोस्ट के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली सेवाएं – प्रिंट करना, सील मोहर लगाना, पता लिखना, क्रमवार करना, लिफाफे में डालना.
■ बिज़नेस पोस्ट से सम्बंधित जानकारी व सुझाव, शिकायत हेतु मुख्य पोस्टमास्टर जनरल (CPMG) से संपर्क कर सकते है.
3. लाजिस्टिक पोस्ट (logistics post):
■ व्यापारी ग्राहक को सस्ते दाम व अच्छे गुणवत्ता पर उनके सामान का संग्रहण, भण्डारण, सम्पूर्ण भारत देश में सामानों का वितरण, पिक और पैक आदि सुविधा देना लाजिस्टिक पोस्ट का उद्देश्य है.
■ ग्राहक अपना सामान full truck load (FTL) या Less than a Truck Load (LTL) के माध्यम से रेल, सड़क या हवाई मार्ग से भेज सकता है.
■ इस सुविधा का लाभ लेने के लिए नजदीकी logistic center या CPMG से संपर्क कर सकते हैं.
4. मीडिया पोस्ट (Media Post):
■ डाक स्टेशनरी, पत्र पेटी व डाकघर के भवन में ग्राहक के व्यवसायों का विज्ञापन दिया जाता है.
5. डायरेक्ट पोस्ट (Direct Post):
■ पत्र, कार्ड, सीडी कैसेट, परचा आदि का वितरण कर ग्राहक का प्रत्यक्ष विज्ञापन किया जाता है. इन वस्तुओं या पत्र में पाने वाले का पता नहीं लिखा होना चाहिए.
■ डायरेक्ट पोस्ट के लिए कम से कम 1000 वस्तु होनी चाहिए, जिसे बण्डल या थोक के रूप में स्वीकार किया जाता है. जिसे पत्र पेटी या पोस्ट बॉक्स में नहीं डाला जाना चाहिए.
■ डायरेक्ट पोस्ट के लिए शुल्क इस प्रकार है – 20 ग्राम तक के लिए 1.5 रूपये (लोकल के लिए) व 2 रूपये (बाहरी के लिए). 20 ग्राम से अधिक पर प्रति 20 ग्राम 1 रूपये लोकल व स्थानीय के लिए लिया जाता है.
■ इस सुविधा का लाभ लेने के CPMG से संपर्क कर सकते हैं.
6. रिटेल पोस्ट (Retail Post):
■ रिटेल पोस्ट के अंतर्गत थर्ड पार्टी के सेवाओं व उत्पादों को बेचा जाता है व कई प्रकार की सेवा प्रदान की जाती है, जैसे – लिफाफा बिक्री, रेल रिजर्वेशन टिकट बिक्री, बिजली बिल व अन्य करों का कलेक्शन आदि.
7. बिल मेल सेवा (Bill Mail Service):
■ बिल मेल सेवा के अंतर्गत कम से कम 5000 वस्तु होनी चाहिए, जिसे बण्डल या थोक के रूप में स्वीकार किया जाता है.
■ शुल्क इस प्रकार है – 50 ग्राम तक के लिए 3 रूपये फिर अगले 50 ग्राम के लिए 2 रूपये.
8. कैश ऑन डिलीवरी (COD):
■ कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा एक्सप्रेस पार्सल, रजिस्टर्ड पार्सल, स्पीड पोस्ट पार्सल व बिजनेस पार्सल आदि में मिलती है.
■ कैश ऑन डिलीवरी (COD) के माध्यम से 50 हजार तक के COD कीमत वाले वस्तु का वितरण किया जा सकता है. पाने वाले से मिले हुए राशि को ई-पेमेंट के द्वारा ग्राहक को भेजी जाती है.
■ कैश ऑन डिलीवरी (COD) शुल्क इस प्रकार है –
5000 रूपये तक के COD के लिए: 2% या 50 रूपये जो भी अधिक हो.
5000 रूपये से अधिक के COD के लिए; 100 रूपये + 1%
9. स्पीड पोस्ट डिस्काउंट टेबल:
■ अग्रिम जमा सुविधा का लाभ लेने वाले ग्राहक को 1% की छूट मिलती है.
■ डाक विभाग को 25 लाख रूपये से अधिक राजस्व देने वाले ग्राहक को 2% की छूट मिलती है.
■ थोक में अत्यधिक संख्या में स्पीड पोस्ट बुक किया जाता है तो ग्राहक को कुछ अतिरिक्त छूट दी जाती है जो निम्नलिखित है –
- 5 लाख रूपये तक के लिए : 10% छूट
- 5 लाख से 25 लाख रूपये: 15%
- 25 लाख से 1 करोड़ रूपये: 20%
- 1 करोड़ से 5 करोड़ रूपये: 25%
- 5 करोड़ रूपये से अधिक: 30%
■ थोक में स्पीड पोस्ट बुक करते समय डाकघर से बुकिंग डाटा का डिजिटल/इलेक्ट्रोनिक फॉर्मेट या सॉफ्ट कॉपी दिया जाता है. अगर हार्ड कॉपी (कागज) में घोषणा पत्र भरते हैं तो मिलने वाली छूट आधी रह जाएगी.
10. बुक नाउ पे लेटर (BNPL):
■ थोक ग्राहक डाक विभाग के साथ BNPL का अग्रीमेंट करके BNPL सुविधा का लाभ ले सकते हैं. अग्रीमेंट की अवधि एक साल की होगी और फिर इसे नवीनीकरण करना होगा.
■ यह सुविधा सिर्फ उन्ही थोक ग्राहक के लिए जो एक महीने में कम से कम 10 हजार रूपये का व्यवसाय कर सकता है. बिल जमा नहीं करने पर 1% मासिक या 12% वार्षिक ब्याज देना होगा.
■ ग्राहक को इसका बिल महीने के 15 तारीख को जारी होगा, और 30 दिन के अन्दर बिल जमा करना होगा.
■ यदि ग्राहक महीने में 50 हजार रूपये का स्पीड पोस्ट बुक करता है और सभी भुगतान करता है तो वह छूट प्राप्त करने का भागीदार होगा.
11. ई-आईपीओ (E-IPO, Indian Postal Order):
■ ई-आईपीओ चार प्रकार के मूल्यवर्ग में जारी होता है, 10 रूपये, 20 रूपये, 50 रूपये, 100 रूपये.
12. दीनदयाल स्पर्श योजना (Dindayal Sparsh Yojana):
■ दीनदयाल स्पर्श योजना डाक विभाग का एक महत्वपूर्ण योजना है. इसके अंतर्गत कक्षा छठवीं से कक्षा नौंवी के ऐसे विद्यार्थियों को जो फिलैटली (Philately) यानि डाक टिकटों का संग्रहण व अध्ययन में रूचि रखते हैं, को छात्रवृत्ति देने का प्रावधान है.
■ फिलैटली (Philately) की विकास को बढ़ावा देने व इसे प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 3 नवम्बर 2017 को यह छात्रवृत्ति योजना शुरू की गयी है.
■ सर्किल स्तर पर एक प्रतियोगी परीक्षा आयोजित कर छात्रवृत्ति पाने के योग्य विद्यार्थियों का चयन किया जाता है. जिसे प्रति वर्ष 6000 रूपये (500 रूपये प्रतिमाह) प्रदान किया जाता है.
12. स्पीड पोस्ट टैरिफ:
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12. स्पीड पोस्ट पारगमन समय (speed post transit time):
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