क्या आप जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस, डाक विभाग, भारत सरकार सोना बेचता है? जी हां, पोस्ट ऑफिस भौतिक रूप से नहीं बल्कि बॉन्ड के रूप में सोना बेचता है।
इस बॉन्ड अथवा कागज की चोरी होने की संभावना ही नहीं, अगर चोरी हो भी गई तो भी मैच्युरिटी पीरियड पूरे होने के बाद बॉन्ड का रकम बैंक खाता में भेजा जाता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम नवंबर 2015 में लॉन्च हुई थी. इसका मकसद भौतिक सोने की मांग को कम करना था.
ब्याज दर : जब आप इन बॉन्डों को खरीदते हैं तो सोने की कीमतों के बढ़ने से मिलने वाले फायदे के अलावा ये बॉन्ड सालाना 2.50 फीसदी ब्याज भी देते हैं.
फायदा : दरअसल पोस्ट ऑफिस से खरीदा गया सोना सोना नहीं होता पर सोना ही होता है, जो एक कागज अथवा बॉन्ड के रूप में होता है।
इस गोल्ड बॉन्ड की कीमत वर्तमान में चल रही सोने के कीमत के बराबर होते हैं। इसके मैच्युरिटी के वक्त ग्राहक को उस समय की सोने की कीमत और 2.5% ब्याज की रकम मिलता है।
गोल्ड बॉन्ड साल में केवल 4 से 5 दिन के लिए ही बिकता है। इस साल 3 फरवरी से 7 फरवरी तक गोल्ड बॉन्ड बेचे जाएंगे।
गोल्ड बॉन्ड लिस्टेड पोस्ट ऑफिस से ही खरीदें जा सकते हैं। अगर कोई खरीदने के इच्छुक हैं तो पोस्ट ऑफिस में संपर्क करें।