Indian economy quiz in Hindi with short answer for competitive exams : प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) विषय बहुत महत्वपूर्ण है। लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में भारतीय अर्थव्यवस्था विषय से कई प्रश्न (Indian Economy Question and Answer in Hindi) बनते हैं।
इस लेख में प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा सकने वाले महत्वपूर्ण भारतीय अर्थव्यवस्था से संबंधित सवाल और उसका शार्ट उत्तर (Indian Economy MCQ in Hindi with Short Answer PDF) बताने वाले हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था से संबंधित सभी अध्याय का लिंक नीचे दिया गया है जिस पर क्लिक करके उसका प्रश्नोत्तरी शार्ट व्याख्या के साथ पढ़ सकते हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था प्रश्नोत्तरी (Indian economy quiz in Hindi) को पढ़ने से पहले अर्थव्यवस्था और भारतीय अर्थव्यवस्था को समझ लेते हैं ताकि प्रश्नोत्तरी पढ़ने व समझने में आसानी हो।
विषय सूची
अर्थव्यवस्था क्या है?
अर्थव्यवस्था दो शब्दों से मिलकर बना है अर्थ + व्यवस्था। अर्थ का मतलब आर्थिक क्रियाकलापों हेतु उपयोग की जाने वाली वस्तु अथवा धन, व्यवस्था का मतलब है आर्थिक क्रियाकलापों के लिए उपयोग की जाने वाली वस्तु अथवा गतिविधि का नियंत्रण अथवा सुचारू रूप से संचालन।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि अर्थव्यवस्था एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें हमारी दिनचर्या में आर्थिक क्रियाकलापों की पूर्ति हेतु उपयोग की जाने वाली वस्तु का सही ढंग से संचालन करना और अर्थ की नियमित आपूर्ति को बनाये रखते हुए उसे व्यवस्थित तरीके से उपभोग करने के लिए नीति बनाना ही अर्थव्यवस्था है।
उपभोग, वितरण, उत्पादन आदि की दृष्टि से अर्थव्यवस्था के अनेक क्षेत्र होते हैं जैसे प्राथमिक क्षेत्र, द्वितीयक क्षेत्र और तृतीयक क्षेत्र। भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र के बारे में नीचे दिए Indian economy quiz in Hindi लिंक पर क्लिक करके पढ़ें.
अर्थव्यवस्था के तीन प्रकार होते हैं –
पूंजीवादी अर्थव्यवस्था
समाजवादी अर्थव्यवस्था
मिश्रित अर्थव्यवस्था
भारतीय अर्थव्यवस्था
भारतीय अर्थव्यवस्था: समूचे भारत देश के लिए आर्थिक गतिविधियों के उचित ढंग से उत्पादन, वितरण व निष्पादन को नियंत्रित करने व इनकी आपूर्ति -खपत सुनिश्चित करने के लिए बनाये जाने वाले व्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था कहलाती है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के उपरोक्त प्रकार और क्षेत्र से संबंधित प्रश्नोत्तरी Indian economy quiz in Hindi और उसके शार्ट व्याख्या का लिंक नीचे दिया गया है जिस पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
Indian economy quiz in Hindi with short answer for competitive exams
भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी हिंदी में
Explanation (व्याख्या) – ऐसी अर्थव्यवस्था जिसके अंतर्गत निजी व सार्वजनिक उपक्रम शामिल रहते हैं मिश्रित अर्थव्यवस्था कहलाती है. भारत की अर्थव्यवस्था मिश्रित अर्थव्यवस्था है.
Explanation (व्याख्या) – आर्थिक विकास की दृष्टि से भारत विकासशील देशों के वर्ग में शामिल है. जिन देशों के नागरिकों की औसत आय अथवा प्रति व्यक्ति आय कम होती है और सम्बंधित देश विकास के प्राथमिक स्तर पर होते हैं वे विकासशील देश कहलाते हैं. विकासशील देशों को संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक तथा अन्य क्षेत्रीय बैंक से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है.
Explanation (व्याख्या) – भारतीय अर्थव्यवस्था के सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) में तृतीयक क्षेत्र का सबसे अधिक योगदान है. भारतीय अर्थव्यवस्था में तृतीयक क्षेत्र के अंतर्गत सेवा क्षेत्र आता है.
Explanation (व्याख्या) – बंद अर्थव्यवस्था वह अर्थव्यवस्था है जिसमें ना तो आयात होती है ना ही निर्यात अर्थात् अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर है जिसमें बाहर से वस्तुओं के आयात व निर्यात की जरूरत नहीं है. बंद अर्थव्यवस्था का उद्देश्य सीमा के अन्दर सभी उपभोक्ताओं के उपभोगों का नियंत्रण व उसकी आपूर्ति करना है. जिसका वैश्विक व्यापारिक लेनदेन से कोई मतलब नहीं है और न ही कोई व्यापारिक सम्बन्ध है.
Explanation (व्याख्या) – भारत की जनसँख्या अधिक होने के कारण इसकी अर्थव्यवस्था को श्रम-आधिक्य अर्थव्यवस्था में शामिल व परिभाषित किया जाता है. श्रम आधिक्य अर्थव्यवस्था वह अर्थव्यवस्था है जिसमें मानसिक श्रम के बजाए शारीरिक श्रम की अधिकता होती है. जैसे – मजदूर, किसान आदि श्रम आधिक्य वर्ग में आते हैं.
Explanation (व्याख्या) – वैश्वीकरण का अर्थ घरेलु अर्थव्यवस्था को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एकीकरण करना अर्थात् घरेलु स्तर पर उत्पादन व उपभोग होने वाले वस्तुओं के आपूर्ति-खपत की संतुलन बनाये रखने के लिए विश्व के अन्य देशों के साथ व्यापारिक सम्बन्ध बनाकर वस्तुओं का आयात-निर्यात करना ही वैश्वीकरण है. वैश्वीकरण के अंतर्गत राजनीतिक, आर्थिक, तकनीकी विषयों पर सामंजस्य बनाया जाता है. वैश्वीकरण का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में होने वाली समस्यायों का निराकरण करना व इससे सम्बन्ध बाधाओं को दूर करना है.
Explanation (व्याख्या) – भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ कृषि पर श्रमशक्ति का 54 प्रतिशत भाग लगा हुआ है.
Explanation (व्याख्या) – भारत में अधिकतर संरचनात्मक बेरोजगारी है. अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक बदलाव के कारण होने वाली बेरोजगारी को संरचनात्मक बेरोजगारी कहते हैं.
Explanation (व्याख्या) – भारत में बेरोजगारी के आंकड़े राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO) यानि National Sample Survey Organization जारी करता है. यह भारत सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय के अधीन कार्य करता है जोकि सामाजिक व आर्थिक सर्वेक्षण करने के मामले में सबसे बड़ा संगठन है. राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO) की स्थापना 1950 में हुई थी.
Explanation (व्याख्या) – जब काम करने वाले लोगों की संख्या जरूरत से ज्यादा हो तो इस स्थिति मेंप्रच्छन्न/अदृश्य बेरोजगारी पैदा होती है. जरूरत से ज्यादा श्रमिकों की संख्या हो तो कुछ श्रमिकों को काम से निकालने के बाद भी उत्पादन में कोई फर्क नहीं पड़ता. निकाले गये श्रमिक प्रच्छन्न/अदृश्य बेरोजगार और यह स्थिति प्रच्छन्न/अदृश्य बेरोजगारी कहलाती है. यह कृषि व ग्रामीण क्षेत्रों से सम्बंधित है. प्रच्छन्न बेरोजगारी कृषि व ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वाधिक देखने को मिलती है. प्रच्छन्न/अदृश्य बेरोजगारी की समस्या के समाधान का उपाय है वस्तु उत्पादन में बढ़ोत्तरी करना ताकि श्रमिकों की संख्या बढ़ाया जा सके.
Explanation (व्याख्या) – जब लोगों के पास एक विशेष मौसम अथवा वर्ष के कुछ महीने में ही रोजगार होते हैं और बाकि मौसम में बेरोजगार रहते हैं तो इस बेरोजगारी को मौसमी बेरोजगारी कहते हैं.
Explanation (व्याख्या) – आज की स्थिति में देश में शिक्षित बेरोजगारी सबसे गंभीर समस्या बनी हुई है. वह स्थिति जब पढ़े-लिखे व शिक्षित लोग बेरोजगार रहें तो ऐसी बेरोजगारी को शिक्षित बेरोजगारी कहते हैं. शिक्षित बेरोजगारी का प्रमुख कारण शिक्षित लोगों की सँख्या में वृद्धि, सरकारी नौकरी करने की चाह, श्रम-आधिक्य काम न करना आदि.
Explanation (व्याख्या) – उत्पादन क्षमता में कमी की वजह से संरचनात्मक बेरोजगारी पैदा होती है.
Explanation (व्याख्या) – शहरी क्षेत्रों में शिक्षित बेरोजगारी पायी जाती है.
Explanation (व्याख्या) – भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण नीति आयोग द्वारा किया जाता है. नीति आयोग की स्थपना 1 जनवरी 2015 कोई हुई थी. प्रधानमंती नीति आयोग के अध्यक्ष होते हैं. नीति आयोग के प्रथम अध्यक्ष श्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं.
Explanation (व्याख्या) – अल्पविकसित देशों में गरीबी की मुख्य वजह/कारण प्रति व्यक्ति आय में कमी है. अल्पविकसित देशों के समूह में वे देश आते है जो सबसे गरीब व कमजोर है. सर्वाधिक अल्पविकसित देश अफ्रीका महाद्वीप में है.
Explanation (व्याख्या) – भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण परिवार के उपभोग खर्च के आधार पर किया जाता है.
Explanation (व्याख्या) – वर्ष 1975 में गरीबी उन्मूलन के उद्देश्य से ‘बीस सूत्रीय कार्यक्रम’ तात्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी के द्वारा चलाया गया था
Explanation (व्याख्या) – भारत में गरीबी की तीव्रता की माप के लिए बहुआयामी गरीबी सूचकांक सर्वाधिक उपयुक्त है. इसके अंतर्गत प्रति व्यक्ति मासिक उपभोग खपत, शिक्षा का स्तर, महिला साक्षरता, घरेलु सुविधाएँ, गरीबी का स्तर आदि की गणना की जाती है. बहुआयामी गरीबी सूचकांक गरीबी तीव्रता की माप और इसकी गणना के लिए जरूरी है.
Explanation (व्याख्या) – Integrated Rural Development Programme (IRDP) का हिंदी नाम ‘एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम (आईआरडीपी)’ है. National Rural Employment Programme (NREP) का हिंदी नाम ‘राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम (एनआरईपी)’ है. Training of Rural Youth for Self Employment (TRYSEM) का हिंदी नाम ‘स्वरोजगार के लिए ग्रामीण युवाओं का प्रशिक्षण’ है.
Explanation (व्याख्या) – भारतीय अर्थव्यवस्था में प्राथमिक क्षेत्र सबसे अधिक श्रमिक को समहित किए हुए हैं क्योंकि प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत कृषि, बागानी, जैसे क्षेत्र आते हैं. चूँकि भारत कृषि प्रधान देश है और इस क्षेत्र में सर्वाधिक श्रम-आधिक्य लोग शामिल हैं.
उम्मीद है Indian economy quiz in Hindi with short answer PDF for competitive exams का यह लेख आपके मददगार साबित होगी. प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तरी को पढने के लिए इस वेबसाइट पर बनें रहें.